Sunday 7 June 2020

BEWAFA SE WAFFA SHAYARI

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...

BEWAFA SE WAFFA

AAP LOGO KE LIYE YHA BEWAFA SE WAFA,BEWAFA SE WAF PICTURES,YE DIL BEWAFA,MOHABBAT,SAD SHAYARI,GAJAL,DIL KI GEHARAYI ETC. LEKE AAYA HU.

ALAG HAI JAMANA ALAG JAVIYA RAKH,
SAFAR ME TU DONO TRF RASTA RAKH!!

LIFAFE KE PICHE TU APNA PTA RAKH!!

ISI SAMAT JA KR BACHEGE TALUUK,
MUHABBAT JHA HAI WHA FASLA RAKH!!

HAKIKAT ME APNI SDA MAYKADA RAKH!!

JAMI ME GADA KAR JADE OR GEHARI,
UTHA KE NAJAR KHWAISH-AE-AASMA RAKH!!

BINA MANGNE PAR N DENA KISI KO,
KOI MANGTA HAI TBHI MASWARA RAKH!!

YE LDNA JGHDNA KAHA KE KARINE,
ADAB SE MERE SAMNE MASALLA RAKH!!
---ग़ज़ल/gazal---
सफ़र में तू दोनों तरफ़ रास्ता रख।।
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लिफ़ाफ़े के आगे तो उसका पता है,
लिफ़ाफ़े के पीछे तू अपना पता रख।।
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मुहब्बत जहाँ है वहाँ फ़ासला रख।।
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ख़यालों में मस्जिद अगर आ भी जाये,
हक़ीक़त में अपनी सदा मयक़दा रख ।।
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उठा के नज़र ख़्वाइश-ए-आसमाँ रख।।
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बिना मांगने पर न देना किसी को,
कोई माँगता है तभी मशवरा रख।।
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अदब से मेरे सामने मसअला रख।।
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"क़फ़स" में परिंदा भी ख़ुशरंग रखना,
ग़ज़ल में बड़ा सोच कर काफ़िया रख।
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©रोहिताश"क़फ़स"
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Rohitash rathore
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ज़ाविया=angle// सम्त =direction//क़रीने=manner, decorations//काफ़िया=rhyming word


TALAB GYI GYA NASHA,GAYA KARAR SAKIYA,
NA RAAT HAI NA AAP HAI,NA INTAJAAR SAAKIYA!!



MAIN RASTO SE RUTH KAR, KARU KAHA SUNI YHI,
KAHA GYA WO KARWAN, KAHA GUBAR SAKIYA!!

DUKAN PAR SAJE HUE,KAI KHUDA MILE MUJHE,
IBADATO KI AAJKAL,BADI BAHAR SAKIYA!!

VISAL KI KBHI NHI, KHUDA MUJHE GARAJ MAGAR,
KITAB ME GULAB HAI WO BEKARAR SAKIYA!!

LBO SE LB KI JUNG KO, "KAFAS" WO DAR PE AA GYA,
WO DUSHMANO ME IN DINO MERE SUMAAR SAKIYA!!


BEWAFA SE WAFFA
मोहब्बत 
ग़ज़ल/gazal-
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तलब गई गया नशा, गया क़रार साक़िया,
न रात है न आप है, न इंतज़ार साक़िया।।
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मैं रास्तो से रूठ कर, करूँ कहा सुनी यही,
कहाँ गया वो कारवाँ, कहाँ ग़ुबार साक़िया।।
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दुकान पर सजे हुवे, कई खुदा मिले मुझे,
इबादतों की आजकल,बड़ी बहार साक़िया।।
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विसाल की कभी नही, ख़ुदा मुझे ग़रज़ मगर,
किताब में गुलाब है वो बेकरार साक़िया।।
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लबों से लब की जंग को, "क़फ़स" वो दर पे आ गया,
वो दुश्मनो में इन दिनों मेरे शुमार साक़िया।।
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©रोहिताश"क़फ़स"
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Rohitaash rathore



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2 comments:

  1. Osm
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