Monday 22 July 2019

MOHABBAT SHAYRI IN HINDI.....BY ✍प्रज्ञा पंडा

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...
इस पोस्ट में मोहब्बत को नया आयाम दिया गया है!
जिसे मोहब्बत शायरी शिषर्क से नवाजा गया है!
इसमें मोहब्बत शायरी इन images भी डाली गई है!
तो पढ़िएगा"✍प्रज्ञा पंडा" जी की शायरी


1.जो तुम्हारा हो ना पाया तो किसी और का नहीं बन पाऊंगा,
तुम्हारे सिवाय किसी और को कभी ना चाहूँगा,
सायद मेरी बदकिस्मती है कि मैं तेरा नहीं बन पाया,
तेरे याद में ही एक दिन मैं इस दुनिया को अलविदा कह जाऊंगा।


2.वास्तविक से जुड़ी बहुत सी इच्छाएं दिल में दबी है,
अल्फाज़ों से इज़हार कर रहे हैं क्योंकि हम एक कवि हैं।
सुकून से कुछ पल की जिंदगी बितानी है हमें,
इस दर्द तन्हाई मोह माया से वास्ता तोड़ना है चंद लम्हों के लिए।
सपनों को हक़ीक़त का आकार देना है,
माँ बाप के झोली में खुशियाँ देना है।
अपने दिल की सुन कर जिंदगी का लुप्त उठाना है,
ज़रूरतमंदों की खुशी के लिए थोड़ा सा कुछ काम करना है।
सही गलत का फर्क कुछ लोगों को समझाना है,
कोई महान कोई नीच नहीं होता ये उन्हें सिखाना है।

YE BHI PDIYEGA
love shayari in hindi for girlfriendthought of the day in hindi

FOR VIDEO:SHAYARI BLOGGER


Sunday 21 July 2019

MOHABBAT SHAYARI IN HINDI...BY MISS NEHA SHAYARNA.

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...


Ye Shayari Miss Neha ji Ne Mohabbat ko dhyan me rkhkr 

love shayari in hindi for boyfriend

best whats app status in hindi likhi he.


 or Sath hi mohabbat shayri in images b dali h.to pdiyega or comment box me jrur btaye.


   1. खामोशी में आज दिल भर गया,
   दिल ना जाने ये कैसे हो गया!



1.महफ़िल में तेरे आए थे हम कभी उस जमाने में,
जिसने याद किया था कभी तेरे उस जमाने को..!!
MOHABBAT SHAYRI


2.माना रिश्तों में थोड़ी खटास थी,
लेकिन उन्ही रिश्तों में थोड़ी मिठास भी थी,
फ्रक बस इतना था,
जताना नहीं जानते थे हम कभी...
जिन रिश्तों में तुम्हारे प्यार की सौगात थी


3.दर्मियान वो एसा था मेरा ,
जिसमें पाया भी खुद को,
खोया भी खुद को ।
एसा एक आईना था मेरा,
जिसमें देखा भी  नहीं खुद को,
जाना भी नहीं खुद को।

बीच में आके फसा था मेरा....
मेरा वो इंतजार ...
जिसमें लिखा भी नहीं था कभी
मेरा वो एक दरमियान...!!

YE BHI PDIYE

                                        FOR VIDEOS: 1. SHAYARI BLOGGER



Wednesday 10 July 2019

Mohabbat shayari in Marwari !by srwan kachhawaha

Shayar ki Kalam se dil ke Arman... 

राजस्थान की बात हो और यहां की मोहब्बत की बात ना हो !
ऐसा कैसे हो सकता है! तो लीजिए मेरे मित्र श्रवण की रचनाएं
मोहब्बत शायरी इन मारवाड़ी भाषा में जो आपको जरूर पसंद आयेगी!
और साथ ही उसकी images भी है!
1.:- भात :-
एक रुंक रा डाळा चार
नेरा सबरा भाषा,भेद,भिचार।
गोळ लोगा री दुनिया में...
कीकर मानलू...???
हेंग एक जेड़ा हेवे यार।


2.काळजा कड लेणी वो नार
मोहब्बतां सच्चियाँ होगी यार
उणे नैणा री वो धार
जियां मंझी होई तलवार
निजरांउ कत्ल करती हजार
फचे भी मैं उणां गुनेहगार
प्रीत लागी तो कोनी कदे
पण अबे घणा लागे आसार।

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मोहब्बत शायरी इन हिंदी..



Tuesday 9 July 2019

Mohabbat shayari! मोहब्बत भरी शायरी by - Pankaj

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...
इस पोस्ट में मोहब्बत को नया आयाम दिया गया है!
जिसे मोहब्बत शायरी शिषर्क से नवाजा गया है!
इसमें मोहब्बत शायरी इन images भी डाली गई है!
तो पढ़िएगा 'पंकज' जी की शायरी

1.मौत सबको आयेगी उससे डरना क्यूँ
इश्क़ होगा तो तकलिफ भी होगी पर घबराना क्यूँ
जिस्म की भूख ही मिटानी  हो तो तवायफ के पास जाओ
 यह प्यार का बहाना क्यूँ
मौत सबको आयेगी उससे डरना क्यूँ  इश्क़ होगा तो तकलिफ भी होगी पर घबराना क्यूँ जिस्म की भूख ही मिटानी  हो तो तवायफ के पास जाओ   यह प्यार का बहाना क्यूँ

2.खामोश था जब तक सोचा सब ने नाराज है।
जब अल्फाज निकले तो मालूम हुआ सबको शायर हुँ में यही खामोशी का राज है


2.तहजीब खानदानी हो तो क्या बात है 
जुबां मीठी हो तो क्या बात है 
करने को तो इज्जत सब करते है
पर वही अगर दिल से हो तो क्या बात है

2.ए दिल मेरे तू अजीज बहुत है मुझ को 
डर मत ! अब किसी को न दूँ में तुझ को 
जिसने खेल लिया तुझसे अव तक वो ठीक है 
अब यह मौका दोबारा न दूँ उस को

 3.देर रात बस बातें चलती है 
  खामोशी का इश्क़ कहां कोई समझती है



4.टूटा दिल, बिखरे जज्बात ,कटे फटे कुछ पन्ने
चन्द शायरी यही दिया है मुझे इश्क़ ने

5.इश्क़ का खेल चल रहा है  बस खिलाड़ी बदल रहा है


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Sunday 7 July 2019

Shayari by आदित्य "अंश"

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...

मेरे मित्र आदित्य भाई की कुछ रचनायों से आपको रूबरू करवाता हूं! आशा है आपको जरूर पसंद आयेगी!
1. कलम पकड़ी किताब खोली
कुछ बाते जेहन में आयी है
ना जाने कौनसे पिछड़े जमाने के ये राग समेट के लाई है
की जोर से फेकू अगर तो कागज पर एक चित्र सा बन जाएगा
पर जो बाते है वो इतनी कली है कि देखने वाला दृष्टिहीन हो जायगा
की हर रोज काली शाही से लिखी खबर मेरे घर आती है!
चोरी डकैत लोकेट मार और महामारी की घटना सुनाती है


2.क्या ताज्जुब अग़र जुगनूँ सितारे हो जाए!
जो लहरों से डरते हो, वो किनारे हो जाए!
कुछ लोग, जो बेग़र्ज अकड़ लिए फिरते हैं
कभी फूँक मार दूँ तो सब गुब्बारे हो जाए!

2.न कोई बच पाया अबतक
बेपनाह हुस्न के शर से
जाम को भी नशा हो जाए
सिर्फ़ तुझे देखने भर से

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Saturday 6 July 2019

Mohabbat Shayari | मोहब्बत भरी शायरी! By Amit Rusman..

Shayar ki Kalam se dil ke Arman...
मेरे मित्र अमित रसमन द्वारा रचित बहुत ही खूबसरत रचनाओं को मोहब्बत का नाम दिया है!
जिसका शिषर्क मैने मोहब्बत शायरी इन हिंदी रखा है!
साथ ही mohabbat shayari in images भी डाली है इसमें...
1.हम चराग अपनी रोशनी लुटाते हैं,
तब  जाकर  अंधेरे  दूर  जाते  हैं।

सितारे जानते है अपने चमक की हद,
जब ना रहे तो  खुद टूट जाते  हैं।

2.अंदर बाहर दौड़ लगाती हो तुम?
दिल में क्यों आती जाती हो तुम?

मुझे छोड़कर तो मुस्कुराती थी ना,
फिर क्यों अब मुँह बनाती हो तुम?

साथ उसके हो, बात मुझसे करती हो,
यार, कितना बेवक़ूफ़ बनाती हो तुम!

मुझसे कुछ तो सीखा होगा ना तुमने,
उससे तो वफ़ाएँ निभाती हो तुम?

सब से झूठ बोलता हुँ तुम्हारे बारे में,
सच कहूँ ? बहुत याद आती हो तुम।

इश्क़ और वफ़ा का ज्ञान देने वाली,
बाप को मोहब्बत सिखाती हो तुम?

2.इसी बात का दुःख मुझे उठाना पड़ता है,
वो मेरी नही है पर साथ निभाना पड़ता है।

मेरा ही दोस्त उसका शौहर बना हुआ है,
दोस्त से मुझको आँख चुराना पड़ता है।

मेरे पिछले शेर से कुछ तो समझो लोगों,
दोस्ती का कभी-कभी बड़ा हर्ज़ाना पड़ता है।

उसकी आँखों से यही शिकायत रहती है,
ना चाहते हुए भी आँख मिलाना पड़ता है।

इससे बड़ा और भला कौन सा ग़म होगा,
उसकी गली से रोज़ आना जाना पड़ता है।

मुझसे मिलना है? तो अपनी गाड़ी पीछे ले,
इसी रस्ते पर मेरा झोपड़ खाना पड़ता है।

मेरा ज़्यादा प्यार करना ले ना डूबे मुझे,
यही सोचकर उससे रूठ जाना पड़ता है।

रात भर तन्हाई में उसकी याद आती है,
और सुबह होते उसको भूल जाना पड़ता है।

अब जीने की कोई इच्छा नही है “रसमन”
कुछ रिश्ते बाक़ी हैं सो जीते जाना पड़ता है।


2.तेरे दर से जो खाली लौटेंगे तो आफ़त होगी,
मैकदे से जो होश में लौटेंगे तो आफ़त होगी।

तू एक दरिया सा कहीं बहता चला जाता है,
डूबकर इसमें जो ज़िंदा लौटेंगे तो आफ़त होगी।

तेरी दुनिया में हज़ारों आशिक़ो ने वजूद खो दिया,
हम जो हम बनकर ही लौटेंगे तो आफ़त होगी।

उसने चाँद की माँग करी थी मुझसे इक रोज़,
जो ख़ाली हाथ ही लौटेंगे तो आफ़त होगी।

मेरी अना को उसने झकझोर कर रख दिया “रसमन”

अब गर फिर उसी ओर लौटेंगे तो आफ़त होगी।
2.एक रास्ता है समंदर में ज़रा क़दम बढ़ाओ,
हिलेगा ये पर्वत भी ज़रा सा दम लगाओ।

पतवार का चप्पू टूट गया तो ग़म कैसा,
दोनो हाथ तो सलामत हैं ना नाव चलाओ।

तुमने आवारगी में गुज़ार दी तमाम ज़िंदगी,
जाते-जाते तो मेरे दोस्त कुछ नाम कमाओ।

तुम्हें जन्नत चाहिए थी ना? रास्ता बताऊँ?
जाओ कुछ फ़क़ीरों को खाना खिलाओ।

हर रात वो फ़ोन करके कहती है मुझसे,
“रसमन” कुछ लिखा है क्या? चलो सुनाओ!


2.आशिकों पर सलामती बरती नहीं जाती,
दिल जला भी  दूं  तो तीरगी नहीं  जाती।

कुछ ऐसी अना की  ज़िद है  मुझको की,
वो कसम भी दे तो आवारगी नहीं जाती।

यार, एक  हम  हैं  जो आंसू पिए जाते हैं,
एक तुम जिससे शराब भी पी नहीं जाती।

वो  दोस्त  जो  अब  दुश्मन  बना हुआ है,
मेरे ज़हन  से  उसकी  दोस्ती  नहीं जाती।

तू क्यों लिखा करता है  उस पर "रसमन"
उनसे तो एक ग़ज़ल भी  पढ़ी नहीं  जाती।
तिरगी अर्थ अंधेरा

2.वो  जहां  चाहता  है  चलो  उधर  जाएं,
आदतें  छोड़  अपनी  हम  सुधर  जाएं।

घर  आकर  दरवाज़ा खोला फिर सोचा,
कोई  नहीं है  अपना  हम  किधर  जाएं।

वो जो शख़्स रूठा है ना, मेरा आईना था,
अब  बिना  उसके कैसे भला संवर जाएं।

अब जो तू जा चुका है  तो दिल  ने कहा,
"रसमन" कुछ बचा  नहीं चलो मर जाएं।






3.किसने कहा, आदमी से प्यार करते हैं लोग,
सिर्फ़  पैसों  पर  ही  ऐतबार  करते हैं लोग।

सारा खेल तेरी जेब का है, जब तक भरी है, वल्लाह,
खाली हुई तो जीना यहां दुश्वार करते हैं लोग।

जिस चीज से जी जले जिस बात से गुस्सा आए,
वही  काम यहां  बार  बार  करते  हैं  लोग।

4.तुझको ही लिखा दस्तख़त में मैंने,
पाया कुछ नहीं पर बरकत में मैंने। 

मौत को काफ़ी नज़दीक से देखा है,
उम्र गुज़ारी उसकी हिजरत में मैंने।

तस्वीर देख कर चूमता रहता हूं उसे,
हर रात गुज़ारी इसी कसरत में मैंने।

तकदीर लिखी जाती है तो कोई और क्यों लिखे,
कुछ पन्ने जोड़े अपनी किस्मत में मैंने।

सब रसमन रसमन करते हैं अब,
इक ग़ज़ल लिखी थी फुरसत में मैंने।


5.मैं तैराकी से वाक़िफ नहीं 
डूबकर कहीं मर ना जाऊं
अपनी आंखों से कहो मुझे देखना बंद करें।


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