Shayar ki Kalam se dil ke Arman...
सूरत में जिंदा जलते बच्चो को देखकर मन कुंठा से भर गया!
इन बच्चो की मौत का जिम्मेदार कौन है!
बिल्डिंग मालिक या कोचिंग संस्थान या वहा के सरकारी अधिकारी जिनकी रजामंदी से ये निर्माण हुआ !
और ऐसे ही कितने संस्थान हमारे आस पास चल रहे है!
पर अभी भी हम सब सो रहे हैं!
क्योंकि उन बच्चो में आपके घर से कोई नहीं था!
एक सवाल पूछे खुद से क्या ये दुबारा नहीं हो सकता? सचेत रहे !
और इस तरह के अनाधिकृत निर्माण और कोचिंग संस्थानों के खिलाफ आवाज उठाए! बच्चे आपके ही है!
1.बच्चे जिन्होंने जीना भी नहीं सीखा था,आग को गले लगा बैठे!
मौत क्या होती हैं वो क्या जाने, वो तो छत से छलांग लगा बैठे!
जिम्मेदार कौन हमें बताए!वो जिम्मेदारीसे पल्ला झाड़ बैठे!
मौत का खोफनाक मंजर देख ,लोग खुद को भुला बैठे! लोग खुद को भुला बैठे!
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