मदिरा का वास्तविक अर्थ इससे पढने से पूर्व मधुशाला का पहला भाग पढ़िए!
1.मुझसे ना पूछ पता मंदिर या मस्जिद का,में मदिरालय में रहता हूं!
मुझसे ना पूछ पता सत्य का में सत्य के पास रहता हूं!
मुझसे ना पूछ पता ईश्वर या खुदा का, मैं स्वायम खुदा बन जाता हूं!
मै पीता हूं साहेब में पीता हूं !पीने के बाद ना जाने क्या क्या बन जाता हूं!
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