Shayar ki Kalam se dil ke Arman...
युवराज सिंह का दर्द बयां करती है ये शायरी
1.क्यों इतना परेशान से रहने लगे हों!
जिंदा हो पर मुर्दा से लगने लगे हों!
खुश हो पर फिर भी इतना खामोश से रहने लगे हों!
मायूसियत के माहौल से बाहर निकलने लगे हों!
पर फिर भी क्यों इतना परेशान से रहने लगे हों!
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