हेलो दोस्तों मैं आपका दोस्त दीपक बंसल एक बार के लिए लेके आया हूँ ! एक ऐसा मुद्दा जो हमेशा हमारे देश में चलता रहता है ! और उसके लिए कोई महामारी कोई इमोशंस कुछ मायने नहीं रखते है ! ऐसा समय जब धर्म, जाती सब याद आ जाता है ! और वो मुद्दा है इलेक्शन !
हमारा देश दुनिया का शायद अकेला ऐसा देश होगा जहा सरकार ५ साल के लिए बनती है ! पर इलेक्शन पुरे साल होते रहते है ! कभी इसके चुनाव कभी उसके चुनाव ! और उन सबके ब्रांड अम्बेसटर मोदी भाई ! समझ नहीं आता ये आदमी काम कब करता है ! आधे टाइम तो ये इलेक्शन रैलियों में ही व्यस्त रहता है !
बचे कूचे टाइम में विदेश यात्राओं से फुर्सत नहीं है ! भाई को ! बिचारे का एक साल कोरोना ने खराब कर दिया ! वरना ५ ,१० और देश के चक्कर लगा लेते भाईसाब ! पर मोदी जी है बड़े तगड़े आदमी ऊपर से पीएमओ में जो बैठे है वो और भी महान है ! कोई भी अच्छी चीज का क्रेडिट लेना हो ये हमने किया और कोई गलत हुआ तो ये तो कांग्रेस ने किया ! बड़े ही चतुर है हमारे मोदी जी ! NPA कम होने का क्रेडिट ले लिया मोदी जी ने जबकि अभी सुप्रीम कोर्ट के आर्डर बदलने के बाद के डाटा तो आये नहीं ! में समझाता हूँ ! NPA किस बला का नाम है ! NPA का सरल शब्दो में अर्थ है पैसा डूबना वो भी बैंक का ! इस बार कोरोना में ये तेजी से बढ़ने वाले थे बढ़ंगे भी परन्तु हमारे मोदी जी ने सुप्रीम कोर्ट से ऐसे फैसले दिलवाये की पुरे साल में डूबा पैसा डूबा हुआ माना नहीं जायगा ! और उसके आधार पर इन्होने क्रेडिट ले लिया की भाई हमने NPA कम करा दिया जबरदस्त टोपीबाज आदमी हो यार ! और अब न जाने हमारे कोर्ट को कहा से अकल आ गयी उन्होंने ये निर्णय वापिस ले लिया ! अब बैंक के NPA का कच्चा चिठा जल्द ही आप लोगो के सामने आ जायगा ! तब क्रेडिट लेने देखते है कौनसी सरकार आती है ! और हो सकता है मोदी जी कह दे ये भी कांग्रेस पुराने ७० साल की वजह से हुआ है हमने तो बचा लिए थे !
बाकि वैसे और तो क्या कहे कोरोना से निपटने के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने लेने वाले मोदी जी कभी ये नहीं बता रहे ! पूरी दुनिया में कोरोना गरीब बड़े और हमारे यह कितने चलो में बताता हूँ ! और क्या है परसेंट के हिसाब से बताउगा वरना भक्त कुछ और भी कह सकते है ! पुरे विश्व में १३ करोड़ गरीब बडे और भारत में इन १३ करोड़ में से 7.5 करोड़ बड़े ! यानि 57 परेसेन्ट सिर्फ भारत में बड़े ! जबकि हमारी जनसंख्या विश्व की 18 परसेंट है ! और सिर्फ गरीब ही नहीं 1 लाख RS महीना आये वाले जो 70 साल में 12 करोड़ हुए थे ना एक साल में 8. 5 करोड़ रह गए ! परन्तु अभी तइ क इसकी जिम्मेदारी मोदी जी ने किसी के सर नहीं माड़ी है ! क्योंकि बिकाऊ मीडिया को इस बारे में बोलने से रोक दिया गया है ! और मोदी जी के किये गए बिना पूर्व सुचना के LOCKDOWN की तारीफ चल रही है ! और जहा इलेक्शन है वहा मजाल है कोरोना पहुंच जाये ! वहा मोदी जी के जुमले सुनके ही कोरोना भाग जाता है ! चलो अब क्या ही तारीफ करे इंडिया के सबसे फेकू पॉपुलर आदमी की ! कभी और करेंगे ! तब तक के लिए विदा !
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very nice blog and post sir eid mubarak cooming soon
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